भारत के जनजातीय क्रान्तिवीर
भारतवर्ष को दासता के चंगुल से मुक्त कराने व स्वराज की स्थापना करने के लिए देश के असंख्य वीर सेनानियों व क्रांतिकारियों ने अपना जीवन भारत माता के चरणों में समर्पित किया है। किन्तु दुर्भाग्यवश, उनमें से बहुत–से योद्धा ऐसे हैं, जिन्हें मानक इतिहास पुस्तकों में किसी कारणवश उनका यथोचित नहीं मिल सका। यह बात देश के विभिन्न जनजातीय समुदायों से आने वाले क्रांतिवीरों के योगदान के विषय में और भी सटीकता से लागू होती है।
यह पुस्तक ऐसे ह जनजातीय क्रांतिवीरों की अल्पज्ञात अमरगाथाओं का यशोगान कर उन्हें जनसामान्य के समक्ष रखने एक छोटा–सा प्रयास है। अदम्य साहस, अतुलनीय शौर्य व अटूट स्वाभिमान से भर ये कथाएँ न केवल ज्ञानवर्द्धक हैं, अपितु सभी देशवासियों के लिए महान् प्रेरणास्रोत भी हैं।